रिपोर्ट – प्रमोद कुमार सिंह
औरंगाबाद/ शनिवार को आफत की बारिश हुई। बारिश के दौरान हुई वज्रपात की दो अलग-अलग घटना में शिक्षिका समेत किशोर व बालिका की मौत हो गई। कुल तीन लोगों की मौत हुई। मृतकों में रोहतास जिले के सासाराम थाना क्षेत्र के कुराइच मोहल्ला निवासी शिक्षिका कामिनी कुमारी (40 वर्ष), औरंगाबाद के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के खरकनी गांव निवासी अहेंद्र साव के पुत्र आदर्श कुमार (13 वर्ष) एवं रवींद्र साव की पुत्री रागिनी कुमारी (10 वर्ष) शामिल हैं। गंभीर रूप से जख्मी रवींद्र साव की पुत्री रिया कुमारी (9 वर्ष) की सदर अस्पताल में भर्ती कर उपचार किया जा रहा है। बताया जाता है कि आदर्श, रागिनी एवं रिया तीनों गांव में ही ट्यूशन से पढ़ाई कर घर लौट रहे थे। इसी दौरान बारिश शुरू हो गई। बारिश के दौरान हुई वज्रपात के कारण तीनों घायल हो गए। स्वजन आनन-फानन में उपचार के लिए सदर अस्पताल लाएं जहां चिकित्सक ने आदर्श व रागिनी को मृत घोषित कर दिया। गंभीर रूप से घायल रिया कुमारी का सदर अस्पताल में भर्ती कर उपचार किया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर शिक्षिका के पति रश्मि रंजन ने बताया कि मैं पत्नी कामिनी कुमारी को परीक्षा दिलवाने के लिए औरंगाबाद एक परीक्षा केंद्र पर आया हुआ था। परीक्षा समाप्त होने के बाद हमदोनों बाइक से घर जा रहे थे। ओवरब्रीज बाइपास के समीप अचानक बिजली गिरी। हमको और पत्नी को काफी तेज झटका लगा। दोनों बाइक से नीचे गिर गए। स्थानीय लोगों की सहयोग से पत्नी को उपचार के लिए सदर अस्पताल लाया जहां चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया। बताया कि कामिनी रोहतास प्रखंड के मध्य विद्यालय भेलाबांध में शिक्षिका के पद पर पदस्थापित थी। मैं भी शिक्षक हूं। मैं प्रोजेक्ट कन्या उच्च विद्यालय रोहतास में शिक्षक के पद पर कार्यरत हूं। पत्नी की मौत के बाद अस्पताल में रश्मि रंजन रो रहे थे। बता दें कि वज्रपात से हुई तीन की मौत के बाद स्वजनों में कोहराम मच गया था। सदर अस्पताल पहुंचे तीनों परिवार के स्वजन चित्कार मार रो रहे थे। वे समझ नहीं पा रहे थे कि इतनी बड़ी घटना कैसे हो गई। सदर अस्पताल पहुंचे उपाधीक्षक डा. आशुतोष कुमार ने स्वजनों को ढाढस बंधाया। खबर प्रेषण तक तीनों मृतकों की शव का पोस्टमार्टम कराने की प्रक्रिया की जा रही थी।